

— इस निर्णय की आवश्यकता क्यों पड़ी..?
मोबाइल फोन ने शैक्षणिक माहौल को नकारात्मक रूप से प्रभावित करना शुरू कर दिया था। ऑनलाइन अध्ययन के बजाय, छात्र सोशल मीडिया, गेमिंग और अन्य गैर-शैक्षणिक गतिविधियों में उलझते जा रहे थे। यह कदम शिक्षा के प्रति गंभीरता और अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
— यह हैं मोबाइल फोन के नकारात्मक प्रभाव:
❌ एकाग्रता में कमी:- मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से छात्रों का ध्यान पढ़ाई से हट जाता है।
❌ कॉपी-पेस्ट कल्चर:- मोबाइल से जानकारी खोजकर सीधे इस्तेमाल करने की आदत से रचनात्मक सोच और विश्लेषण क्षमता घट रही है।
❌ शारीरिक और मानसिक प्रभाव:- स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से आंखों पर दबाव, नींद की कमी और मानसिक तनाव बढ़ता है।
❌ साइबर जोखिम:- अनावश्यक इंटरनेट उपयोग छात्रों को गलत दिशा में ले जा सकता है और साइबर बुलिंग का खतरा भी बढ़ता है।